मुंबई । इस वर्ष महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और नेता भी इस बार गणेश उत्सव की तैयारी में जुट गए हैं। 7 सितंबर से गणेश उत्सव शुरू हो जाएगा। अभी से पंडाल और मूर्तियां बनाने का काम शुरू हो गया है। बड़ी-बड़ी विशालकाय मूर्तियां तो पहले ही तैयार कर ली गई है। आयोजकों द्वारा मूर्तियों को पंडाल लाया जा रहा है। आयोजकों को बड़े पैमाने पर इस बार चंदा भी मिल रहा है। मूर्तिकारों के पास इतनी जगह नहीं है,कि वह मूर्तियों को अपने पास रख सकें। रविवार से मुंबई के विभिन्न स्थानों में गणपति बप्पा का आना शुरू हो गया है।
महाराष्ट्र की सरकार इस बार नियमों को शिथिल किया है। 10 साल से जो पंडाल जहां बन रहे थे। वहां उन्हें ऑनलाइन मंजूरी देने का निर्णय लिया गया है। इस साल ऑनलाइन परमीशन देने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा नागरिकों को आसपास के तालाब और जो कृत्रिम तालाब निर्मित किया जा रहे हैं। उसकी जानकारी गूगल मैप के माध्यम से देने की व्यवस्था की है। ताकि लोग आसानी से आसपास के तालाबों में विसर्जन कर सकें। गणेश उत्सव के पंडालों के बाहर भी क्यू आर कोड लगाए जाएंगे। ताकि लोगों को आसानी से कृत्रिम तालाब में विसर्जन की जो व्यवस्था की गई है। उस स्थल का पता लग सके।
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