गरियाबंद
जिले के नगर पंचायत कोपरा पैरी नगर में रविवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया. किराना व्यवसायी महेश साहू के घर के बाड़ी में रखे पैरावट में अचानक आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि आसपास के घरों तक पहुंचने का खतरा था. हालांकि, समाजसेवी की सूझबूझ और पुलिस-दमकल विभाग की तत्परता से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया.
घटना की जानकारी सबसे पहले समाजसेवी गोरेलाल सिन्हा ने गरियाबंद के पुलिस अधीक्षक निखिल अशोक राखेचा को दी. सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित थाना, फायर ब्रिगेड और अन्य बचाव दलों को मौके पर भेजा.
दमकल की त्वरित कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दो दमकल वाहन तुरंत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का काम शुरू किया. फायर ब्रिगेड की टीम ने पूरी मेहनत और तत्परता के साथ स्थिति को नियंत्रित किया. नगरवासियों ने पुलिस अधीक्षक और दमकल कर्मियों की सराहना की, जिनकी तत्परता से बड़ा हादसा टल गया.
नगर पंचायत की व्यवस्थाओं पर उठे सवाल
घटना के दौरान नगर पंचायत कोपरा के सीएमओ से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल बंद था. बाद में पता चला कि वे नगर से बाहर थे और किसी को जानकारी दिए बिना चले गए थे. नगर में ऐसी आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए किसी स्थायी या अस्थायी व्यवस्था का न होना बड़ी समस्या बन गया.
नाराज नगरवासी
नगरवासियों ने सीएमओ की गैरजिम्मेदारी पर नाराजगी व्यक्त की. उनका कहना है कि नगर पंचायत में आपातकालीन स्थितियों के लिए कोई तैयारी नहीं है. यह घटना नगर पंचायत की व्यवस्थाओं की पोल खोलती है.
यह घटना पुलिस और फायर ब्रिगेड की सक्रियता और जनता की सूझबूझ का उदाहरण है, लेकिन नगर पंचायत की लापरवाही भविष्य में बड़े हादसों को न्योता दे सकती है. नगरवासियों ने इस ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने की मांग की है.