उज्जैन: उज्जैन महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर उजागर हुई बड़ी धोखाधड़ी के बाद प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार एक्शन में आ गई है। कलेक्टर के प्रतिवेदन के आधार पर प्रशासक गणेश धाकड़ को हटा दिया है। प्रशासक का प्रभार फिलहाल जिला पंचायत सीईओ या एडीएम को सौंपने की तैयारी चल रही है।
जल्द इसका आदेश जारी होने की संभावना है। महाकाल मंदिर में भक्तों से रुपए लेकर दर्शन कराने के मामले में कलेक्टर नीरजकुमार सिंह ने जांच रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी थी। सूत्रों के अनुसार धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग ने जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रशासक गणेश धाकड़ को हटाने का आदेश जारी कर दिया है।
इस आदेश के बाद प्रशासक का प्रभार स्थानीय अधिकारी को सौंपने की कवायद चल रही है। आईएएस और सीईओ जिला पंचायत जयति सिंह या एडीएम अनुकूल जैन को प्रभार सौंपा जा सकता है। कलेक्टर जल्द ही आदेश जारी कर सकते हैं। धाकड़ को चार माह पहले ही प्रशासक की जिम्मेदारी सौंपी थी। तब प्रशासक का प्रभार एडीएम अनुकूल जैन के पास था। इसके पहले जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीणा प्रशासक का प्रभार संभाल रहे थे, लेकिन 10 अगस्त 24 को उन्हें कलेक्टर बालाघाट बनने पर रिलीव कर दिया गया था।