वाशिंगटन । अलास्का के सबसे बड़े शहर के निकट ज्वालामुखी के नीचे इस साल भूकंप की बढ़ती घटनाओं ने भूवैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है। ज्वालामुखी ‘माउंट स्पर’ पिछली बार 1992 में फटा था और इस दौरान करीब 19 किलोमीटर दूर तक इसकी राख हवा में फैल गई थी जिसके कारण उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और लोगों को मास्क लगाने के लिये मजबूर होना पड़ा था।
अलास्का ज्वालामुखी वेधशाला के अनुसार ज्वालामुखी में एक और विस्फोट शहर के लिए विनाशकारी साबित होगा। वेधशाला ने अक्टूबर में भूकंप से जुड़ी गतिविधि बढ़ने और उपग्रह के आंकड़ों से जमीन की स्थिति देखने के बाद ‘माउंट स्पर’ के लिए अलर्ट की श्रेणी को ‘येलो’ तक बढ़ा दिया।
वेधशाला के वैज्ञानिक डेविड फी ने बताया कि इस साल ज्वालामुखी के नीचे कम तीव्रता वाले करीब 1,500 भूकंप आए जो साल भर में सामान्य तौर पर आने वाले करीब 100 भूकंप से काफी अधिक हैं। फी ने कहा कि इनकी संख्या बहुत ज्यादा लग सकती है लेकिन यह ‘‘उतने भी अधिक नहीं है।’’
अलास्का के सबसे बड़े शहर के पास ज्वालामुखी के नीचे भूकंप ने चिंता बढ़ाई
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