कुवैत सिटी। गल्फ एयर के विमान की हुई आपात लैंडिंग के चलते यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। मुंबई से मैनचेस्टर की उड़ान भरने वाले यात्री विमान में करीब 60 भारतीय यात्री रविवार को कुवैत अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर करीब 24 घंटे तक भूखे-प्यासे फंसे रहे।
विमान के यात्रियों का आरोप है कि लंबे इंतजार के बाद भी उन्हें खाना-पानी, आवास या बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया नहीं कराई गई। तकनीकी खराबी के चलते गल्फ एयर की उड़ान जीएफ 005 को डायवर्ट किया गया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक विमान 24 घंटे बाद फिर रवाना हुआ। इस दौरान फंसे हुए यात्रियों में से कुछ ने बताया कि वे लोग हवाई अड्डे को छोड़ने में असमर्थ थे। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पास ट्रांजिट वीजा नहीं था। जबकि यूके और यूएस पासपोर्ट धारकों को ट्रांजिट वीजा की उपलब्धता के कारण बाहर जाने की अनुमति दी गई थी। ऐसे में स्थिति और खराब तब हो गई जब यात्रियों ने सोशल मीडिया पर इसकी शिकायत करना शुरू कर दिया। इसके बाद कुवैत स्थित भारतीय दूतावास को हस्तक्षेप करना पड़ा।
रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा मुद्दा उठाने के बाद, कुवैत में भारतीय दूतावास के वरिष्ठ अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर फंसे भारतीय यात्रियों से संपर्क साधा। इसके बाद ही हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने वरिष्ठ नागरिकों और शिशुओं के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को हवाई अड्डे के अंदर ही बनी एक फैसिलिटी देने वाली जगह तक ले जाने पर सहमत हुए। वैसे इस संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस दौरान भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था करने के लिए एयरलाइन से बातचीत की और संपर्क बनाए रखा। वहीं भारतीय दूतावास की एक पोस्ट में बताया गया, कि मैनचेस्टर के लिए गल्फ एयर की उड़ान अंततः फंसे हुए भारतीय यात्रियों और अन्य लोगों को लेकर सुबह 4:34 बजे रवाना हो गई। फ्लाइट रवाना होने तक दूतावास की टीम वहां मौजूद रही।
गल्फ एयर विमान की इमरजेंसी लैंडिंग के कारण कुवैत में भूखे-प्यासे फंसे रहे भारतीय
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