लखनऊ । संभल की हिंसात्मक घटना के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भारतीय जनता पार्टी सरकार पर लगातार जुबानी हमला कर रहे हैं। उन्होंने संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हम ऐसे समय में जश्न मना रहे हैं जब संभल में सरकार के कार्य से कई लोगों की जान चली गई है। संभल जाने से सरकार रोक रही है, लेकिन मैं संभल जाऊंगा। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दुःख के साये में जश्न कैसे मनाया जा सकता है? वहां के सांसद, विधायक और उनके बेटे पर झूठे मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर कोई गलती है तो वह सरकार की है। जब सर्वे हो ही चुका था तो दोबारा क्यों करें? और अगर सर्वे दोबारा भी कराना था तो मिल बैठ कर चर्चा कर सकते थे। शेष बिन्दुओं पर चर्चा के बाद पुनः सर्वेक्षण कराया जा सकता था। उन्होंने कहा कि हम सर्वे के खिलाफ नहीं थे, लेकिन जो लोग सर्वे के दौरान टीम के पीछे नारे लगा रहे थे, क्या उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हुई? क्या सर्वे टीम के साथ कोई बीजेपी कार्यकर्ता भी थे जो लोगों को भड़का रहे थे? क्या उन्हें गिरफ्तार किया गया? अखिलेश ने कहा कि वहां कोई नहीं जा सकता। दोनों सदनों के नेता सम्भल आना चाहते हैं, लेकिन उन्हें जाने की अनुमति नहीं है। हमारे सभी सांसद संभल जाना चाहते हैं लेकिन हमें इजाजत नहीं है। संभल की विवादित जामा मस्जिद परिसर में रविवार को सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के तीसरे दिन मंगलवार को हालात में सुधार देखने को मिला और स्कूल भी खुले। अब तक इस मामले में सात प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है जिसमें संभल के सांसद जिया उर रहमान वर्क और संभल विधायक के पुत्र सुहैल इकबाल सहित 2750 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
Related Posts
Add A Comment